anemia symptoms treatment pregnancy types iron deficiency Leukemia anemia causes aplastic हीमोग्लोबिन बढाने के उपाय, आयरन की कमी
खून की कमी एक आम समस्या है जो पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं में अधिक देखी जाती है। जब खून में लाल रक्त कणिकाओं की कमी हो जाती है तो शरीर में हिमोग्लोबिन की कमी हो जाती है। हिमोग्लोबिन एक तरह का प्रोटीन होता है। यह शरीर में ऑक्सीजन के संचरण का काम करता है। Blood की कमी की सबसे अहम वजह है शरीर में लौह यानी की आयरन की कमी (iron deficiency) ये कमी गलत आहार या कम आहार से हो सकती है। या फिर किसी अन्य गंभीर बीमारी की वजह से। एनीमिया अनुवांशिक या जन्म से भी हो सकता है। ये जरूरी है कि हम "सेल्फ मेडिकेशन' से बचें और जो भी इलाज हो वो डॉक्टरी सलाह से ही लें। अगर किसी भी लंबी बीमारी जैसे पीलिया, टायफाइड से बच निकले हैं, तो खून की नियमित जांच आवश्यक है
खून की कमी एक आम समस्या है जो पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं में अधिक देखी जाती है। जब खून में लाल रक्त कणिकाओं की कमी हो जाती है तो शरीर में हिमोग्लोबिन की कमी हो जाती है। हिमोग्लोबिन एक तरह का प्रोटीन होता है। यह शरीर में ऑक्सीजन के संचरण का काम करता है। Blood की कमी की सबसे अहम वजह है शरीर में लौह यानी की आयरन की कमी (iron deficiency) ये कमी गलत आहार या कम आहार से हो सकती है। या फिर किसी अन्य गंभीर बीमारी की वजह से। एनीमिया अनुवांशिक या जन्म से भी हो सकता है। ये जरूरी है कि हम "सेल्फ मेडिकेशन' से बचें और जो भी इलाज हो वो डॉक्टरी सलाह से ही लें। अगर किसी भी लंबी बीमारी जैसे पीलिया, टायफाइड से बच निकले हैं, तो खून की नियमित जांच आवश्यक है
एनिमिया के कारण क्या हैं anemia causes in hindi
- लोहे तत्वों, विटामिन बी 12 या फोलिक एसिड की कमी
- मां के दूध पिलाने के कारण
- बहुत ज्यादा खून की कमी होने पर
- पेट में इंफेक्शन के कारण
- स्मोकिंग और एजिंग व कुछ दवाईयों के इस्तेमाल से
एनिमिया के लक्षण anemia symptoms : ज्यादा सुस्ती आना, थकान, अस्वस्थता, सांस लेने में दिक्कत, घबराहट, सर्दी के प्रति ज्यादा संवेदनशील होना, पैरों और हाथों में सूजन, क्रोनिक हार्ट बर्न, ज्यादा पसीना आना, स्टूल में खून आना आदि एनीमिया के लक्षण हैं
एनीमिया के इलाज के लिए घरेलू नुस्खे khoon ki kami ka ilaj in hindi
एनीमिया के इलाज के लिए घरेलू नुस्खे khoon ki kami ka ilaj in hindi
- शहद: शहद कई बीमारियों में दवा का काम करता है। एनिमिया के रोगियों के लिए भी यह बहुत लाभदायक होता है। 100 ग्राम शहद में 0.42 मि.ग्रा. आयरन होता है। इसीलिए इसके सेवन से खून की कमी दूर हो जाती है। एक नींबू के रस को एक गिलास पानी में मिलाएं। इसके बाद एक चम्मच शहद मिलाएं। रोज इस तरह एक गिलास नींबू पानी का सेवन करने से बहुत जल्दी खून बढ़ता है।
- पालक: पालक की सब्जी एनिमिया में दवा की तरह काम करती है। इसमें कैल्शियम, विटामिन ए, बी9, विटामिन ई और विटामिन सी, फाइबर, बीटा केरोटीन पाया जाता है। आधा कप उबले पालक में 3.2 मि.ग्रा. आयरन पाया जाता है। यह एक ही बार में किसी महिला के शरीर में 20 प्रतिशत आयरन की पूर्ति करने में सक्षम है। हरी सब्जियों में पालक डालें। साथ ही, सलाद के रूप में भी इसका सेवन किया जा सकता है। पालक को उबालकर उसका सूप भी बनाया जा सकता है। इसका सूप पीने से बहुत जल्दी खून बढ़ता है।
- चुकंदर: चुकंदर को एनिमिया में एक रामबाण दवा माना जाता है। यह लौह तत्व से भरपूर सब्जी है। चुकंदर ब्लड सेल्स को एक्टिव कर देता है। एक बार जब ये रक्त कणिकाएं एक्टिव हो जाती हैं। ये पूरे शरीर में ऑक्सीजन का संचरण करती हैं। इसीलिए एनिमिया से पेरशान लोगों को अपनी डेली डाइट में थोड़ा चुकंदर जरूर शामिल करना चाहिए। चुकंदर को शिमला मिर्च, गाजर, टमाटर जैसी सब्जियों में मिलाकर सब्जी बनाई जा सकती है। इसके अलावा चुकंदर को सलाद के रूप में या जूस बनाकर लिया जा सकता है।
- पीनट बटर: पीनट बटर प्रोटीन का एक अच्छा सोर्स है। इसीलिए पीनट बटर को अपनी डेली डाइट में शामिल करने की कोशिश करें। रोज पचास ग्राम मुंगफली खाने से भी एनिमिया दूर होता है। दो चम्मच पीनट बटर में 0.6 मि.ग्रा. आयरन पाया जाता है। रोज सुबह ब्रेड पर पीनट बटर लगाकर खाएं। इसके बाद संतरे का जूस पीने से शरीर आयरन को बहुत जल्दी एब्जार्ब कर लेता है। किसी चीज में मिलाकर भी इसका सेवन किया जा सकता है।
- टमाटर: टमाटर में भरपूर मात्रा में विटामिन सी और लाइकोपिन पाया जाता है। इसमें उपस्थित विटामिन सी आयरन को एब्जार्ब करने में मदद करता है। साथ ही, इसमें बीटा केरोटीन और विटामिन ई पाया जाता है। इसीलिए ये शरीर के लिए नेचुरल कंडिशनर का भी काम करता है। टमाटर को सलाद के रूप में खाया जा सकता है। इसके अलावा जूस या सूप बनाकर पीना भी सेहत के लिए अच्छा होता है।
- सोयाबीन: सोयाबीन आयरन और विटामिन से भरपूर होता है। इसे खाने से शरीर को लो फैट के साथ ही भरपूर मात्रा में आयरन मिलता है। इसीलिए यह एनिमिया के पेशेन्ट्स के लिए बहुत लाभदायक होता है। सोयाबीन को उपयोग करने से पहले उन्हें रात में गुनगुने पानी में भिगो दें। फिर धूप में सुखा लें। इसे चपाती के आटे के साथ पीसवा कर उपयोग में लाना चाहिए। इसके अलावा सोयाबीन को उबालकर भी उसका सेवन किया जा सकता है।
- गुड़: एक चम्मच गुड़ में 3.2 मि.ग्रा. आयरन होता है। इसीलिए एनिमिया से ग्रस्त लोगों को रोज 100 ग्राम गुड़ जरूर खाना चाहिए। गुड़ के सेवन में यह बात जरूर ध्यान रखना चाहिए कि गुड़ पुराना हो। खाने के बाद थोड़ा सा गुड़ खाने से भी एनिमिया दूर होता है HERE READ - कमजोरी कारण दूर करने के उपाय
- साबुत अनाज के ब्रेड: साबुत अनाज ब्रेड की एक स्लाइस से रोजाना शरीर के लिए जरूरी आयरन का 6 प्रतिशत तक मिल जाता है। रोज नाश्ते में अगर आप साधारण ब्रेड खाते हैं तो उसे साबुत अनाज की ब्रेड से रिप्लेस कर दें। आयरन की कमी पूरी करने के लिए रोज कम से कम दो से तीन साबुत अनाज की ब्रेड खाएं।
- मेवे: एनिमिया के पेशेन्ट्स को मेवे जरूर खाना चाहिए। मेवों से शरीर में आयरन का लेवल तेजी से बढ़ता है। पिस्ता सबसे बेहतरीन ड्रायफ्रूट है, जिससे शरीर को पर्याप्त मात्रा में आयरन मिलता है। रोज थोड़ा अखरोट खाना भी एनिमिया के रोगियों के लिए बहुत लाभदायक होता है।
- सेब और खजूर: सेब और खजूर दोनों में ही पर्याप्त मात्रा में आयरन पाया जाता है। सेब के अंदर मौजूद विटामिन सी आयरन को एब्जार्ब करने में शरीर की मदद करता है। 100 ग्राम सेब में 0.12 प्रतिशत आयरन पाया जाता है। रोज एक सेब और दस खजूर खाने से एनिमिया दूर हो जाता है
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