प्रेग्नेंसी रोकने की टेबलेट 11 घरेलू तरीके Garbh Nirodhak gharelu upay

What is the safe period to avoid pregnancy precaution निम्न तरीकों द्वारा गर्भ को ठहरने से रोकना
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प्रेगनेंसी रोकने के लिए टेबलेट


1. स्त्री को रोजाना गर्भ रोकने वाली औषधियों का सेवन करना चाहिए।
2. अगर स्त्री किसी दिन गोली लेना भूल जाती है तो दूसरे दिन 2 गोली ले लेनी चाहिए।

कंडोम 

1. संभोगक्रिया के दौरान पुरूषों को कंडोम का उपयोग करने से पहले यह देख लेना चाहिए कि उसमे किसी तरह का छिद्र तो नहीं है

2. कंडोम को लिंग पर तभी चढ़ाना चाहिए जब कि लिंग अपने पूरी उत्तेजित अवस्था में पहुंच जाए और लिंग की उत्तेजना समाप्त होने से पहले ही कंडोम उतार देना चाहिए।


कॉपर-टी-

कॉपर-टी गर्भ को रोकने का एक T के आकार का साधन होता है जो पुरुषों के अण्डों को गर्भाशय में पहुंचने से बचाता है। कॉपर-टी के बारे में जानकारी- कॉपर-टी को किसी योग्य चिकित्सा के द्वारा ही स्त्री की योनि में प्रवेश कराना चाहिए। इसके प्रयोग से कभी-कभी स्त्री को पेट का दर्द या रक्तस्राव भी हो सकता है।

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स्पंज-

संभोग क्रिया की समाप्ति के बाद कम से कम 8 घंटे तक स्पंज को स्त्री की योनि में रखना चाहिए इसके साथ ही संभोगक्रिया से 8 घंटे पहले शुक्राणुनाशी औषधि का उपयोग करना चाहिए।

डायफ्राम झिल्ली-

1. डायफ्राम को स्त्री की योनि में प्रवेश कराने से पहले 1 चम्मच शुक्राणुनाशी क्रीम को डायफ्राम के ऊपरी हिस्से में डालें और इसके किनारों पर भी लगा दें। डायफ्राम को योनि के अंदर प्रवेश कराने के बाद उसके सही होने की जांच करें।
2. संभोगक्रिया के लगभग 8 घंटे के बाद तक इसे स्त्री की योनि में ही रहने दें और फिर निकाल लें। 

3. अगर 8 घंटे से पहले दुबारा संभोग करने की इच्छा हो तो डायफ्राम को निकाले बिना योनि में शुक्राणुनाशी क्रीम आदि डाल दें। डायफ्राम से हानि- डायफ्राम के प्रयोग से कभी-कभी स्त्री को बहुत ज्यादा रक्तस्राव भी हो जाता है और पेट में मरोड़ भी हो सकते हैं

प्रेगनेंसी रोकने के घरेलू उपाय


प्राकृतिक तरीका-कैलेंडर-विधि-स्त्री को अपने मासिकस्राव के दिनों की गिनती मासिकस्राव आने के पहले दिन से दूसरा मासिकस्राव आने के पहले दिन तक गिनें। इस प्रक्रिया को लगभग 6 महीने तक चालू रखें।

अब अपने जब मासिकस्राव सबसे कम समय में आया हो उतने दिनों में से 11 दिन घटाकर अपना पहला असुरक्षित दिन पता कर सकती है और सबसे लंबे मासिकस्राव आने के समय में से 11 दिन घटाकर अपना आखिरी असुरक्षित दिन ज्ञात कर सकती है।

असुविधा- इन तारीखों के बारे में लंबे समय तक ध्यान रखना पड़ता है और लंबे समय तक सब्र रखना पड़ता है।  
तापमान विधि- हर दिन सुबह बिस्तर से उठने से पहले अपने शरीर का तापमान जांचे और किसी डायरी आदि में इसे लिख दें। जब आपके शरीर का तापमान 0.3 डिग्री से बढ़कर 0.6 डिग्री तक बढ़ जाए तो इसका मतलब यह है कि आपको डिम्ब धारण होने वाला है। 

असुविधा- इस बारे में लंबे समय तक ध्यान देने की जरूरत पड़ती है तथा स्त्री के बीमार होने पर यह पद्धति काम नहीं करती है


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