land pine ke tarike hindi me virya ke upyog in hindi mere peene ke fayde virya ka mahatva virya rokne ke fayde moot peene ke fayde virya ko peene ke labh virya raksha ke fayde
मानव वीर्य में टेस्टोस्टेरोन, एस्ट्रोजन, प्रोलैक्टिन, opioid पेप्टाइड्स, ऑक्सीटोसिन, सेरोटोनिन, मेलाटोनिन, और norepinephrine शामिल हैं आज जाने शुक्राणु कैसे बनते है शुक्राणु क्या है गर्भावस्था के लिए स्पर्म काउंट कितना होता है शुक्राणु का निर्माण कहाँ होता है शुक्राणु की जांच वीय की कमी के लक्षण हिन्दी में महिलाओं के लिए पुरुष शुक्राणु के लाभ शुक्राणु जनन क्या है
वीर्यपान यौन संतुष्टि, आध्यात्मिक संतुष्टि के लिए वीर्य को पीने को कहते हैं। वीर्य के स्रोत मानव पुरुष या नर पशु होते हैं वीर्यपान करने का सबसे आम तरीका मुखमैथुन (फेलाशियो या इरुमेशियो) के द्वारा प्राप्त चरमोत्कर्ष पर हुए स्खलन से निकलने वाले वीर्य की निगल लेना होता है। वीर्यपान दोनों लिंगों के व्यक्तियों द्वारा किया जाता है। पुरुष अपना खुद का वीर्य, हस्तमैथुन, संभोग, या स्वतःफेलाशियो के बाद निगल सकते हैं।
1. वीर्य एक Natural anti-depressant है।
2. वीर्य चिंता कम कर देता है: ऑक्सीटोसिन, सेरोटोनिन, और प्रोजेस्टेरोन विरोधी चिंता हार्मोन समेटे हुए है।
3. यह नींद की गुणवत्ता में सुधार: वीर्य मेलाटोनिन, एक सोने उत्प्रेरण एजेंट शामिल हैं।
4. ऊर्जा बढ़ जाती है।
5. यह कार्डियो स्वास्थ्य में सुधार है और प्रीक्लेम्पसिया, जो गर्भावस्था के दौरान खतरनाक तरीके से उच्च रक्तचाप का कारण बनता है रोकता है।
6. वीर्य से स्मृति में सुधार।
7. मानसिक सतर्कता बढ़ाता है।
8. वीर्य बीमारी से बचाता है
9. वीर्य आपकी त्वचा और मांसपेशियों की उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा: यह जस्ता की एक स्वस्थ हिस्से, जो एक एंटीऑक्सीडेंट होता है।
10 दर्द कम कर देता है।
मानव वीर्य में टेस्टोस्टेरोन, एस्ट्रोजन, प्रोलैक्टिन, opioid पेप्टाइड्स, ऑक्सीटोसिन, सेरोटोनिन, मेलाटोनिन, और norepinephrine शामिल हैं आज जाने शुक्राणु कैसे बनते है शुक्राणु क्या है गर्भावस्था के लिए स्पर्म काउंट कितना होता है शुक्राणु का निर्माण कहाँ होता है शुक्राणु की जांच वीय की कमी के लक्षण हिन्दी में महिलाओं के लिए पुरुष शुक्राणु के लाभ शुक्राणु जनन क्या है
वीर्यपान यौन संतुष्टि, आध्यात्मिक संतुष्टि के लिए वीर्य को पीने को कहते हैं। वीर्य के स्रोत मानव पुरुष या नर पशु होते हैं वीर्यपान करने का सबसे आम तरीका मुखमैथुन (फेलाशियो या इरुमेशियो) के द्वारा प्राप्त चरमोत्कर्ष पर हुए स्खलन से निकलने वाले वीर्य की निगल लेना होता है। वीर्यपान दोनों लिंगों के व्यक्तियों द्वारा किया जाता है। पुरुष अपना खुद का वीर्य, हस्तमैथुन, संभोग, या स्वतःफेलाशियो के बाद निगल सकते हैं।
1. वीर्य एक Natural anti-depressant है।
2. वीर्य चिंता कम कर देता है: ऑक्सीटोसिन, सेरोटोनिन, और प्रोजेस्टेरोन विरोधी चिंता हार्मोन समेटे हुए है।
3. यह नींद की गुणवत्ता में सुधार: वीर्य मेलाटोनिन, एक सोने उत्प्रेरण एजेंट शामिल हैं।
4. ऊर्जा बढ़ जाती है।
5. यह कार्डियो स्वास्थ्य में सुधार है और प्रीक्लेम्पसिया, जो गर्भावस्था के दौरान खतरनाक तरीके से उच्च रक्तचाप का कारण बनता है रोकता है।
6. वीर्य से स्मृति में सुधार।
7. मानसिक सतर्कता बढ़ाता है।
8. वीर्य बीमारी से बचाता है
- आगे जरूर पढ़े - वीर्य या शुक्र कैसे बनता हे
9. वीर्य आपकी त्वचा और मांसपेशियों की उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा: यह जस्ता की एक स्वस्थ हिस्से, जो एक एंटीऑक्सीडेंट होता है।
10 दर्द कम कर देता है।
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पूर्वजों का शायद अनुभव था कि मानव वीर्य का पान करने या पीने से राज यक्षमा या PULMONARY TUBERCULOSIS ठीक हो जाती है...वैद्य जी ने उसको अकेले मे ले जाकर समझाया कि अगर टी०बी० की बीमारी से ठीक होना चाह्ते हो तो रोजाना सुबह और शाम मानव वीर्य को पियो और यह काम आज से ही शुरू कर दो / किसी स्वस्थ, बलवान और हट्टे कट्टे मनुष्य का वीर्य पियोगे तो शीघ्र लाभ होगा
इस रोगी के पास पैसा था नही, मरता क्या न करता वाली स्तिथि थी / एक तरफ जान बचाने के लिये प्रयास में ऐसा गन्दा काम , दूसरी तरफ पैसे का नितान्त अभाव / अन्त मे कुछ लोगों ने सलाह दी कि जान और प्राण बचाने के लिये किये जाने वाले सभी काम जायज हैं, काया राखे धर्म है, वाली बात थी
लेकिन अपना लिंग पिलाने के लिये गांव का कोई व्यक्ति तैयार नहीं हुआ बड़ी मिन्नतें करने के बाद कुछ लोग तैयार हुये किसी ने कहा जान बचाने के लिये यह सब करना दान का काम है
इस प्रकार से मानव वीर्य पीने से उसका स्वास्थय कुछ दिनों में सामान्य होने लगा और कुछ महीनों बाद उस व्यक्ति को आरोग्य प्राप्त हो गया और वह स्वयम हट्टा कट्टा और तन्दुरुस्त हो गया
महिलाओं की योनि चाटने या चूसने से कुछ मानसिक विकारों मानसिक अवसाद, हार्मोनल डिस्टरबेन्सेस के रोगी ठीक हुये है, इनमे से कुछ मानसिक भ्रान्ति के शिकार शिकार थे / मानसिक अवसाद के कुछ रोगियों ने बताया कि उनकी मानसिक दुर्बलता, चिडचिड़ापन, मानसिक उत्तेजना, अत्यधिक क्रोध आना, मानसिक भय आदि विकार महिला योनि के चूषण से ठीक हुये है रात या दिन में नींद न आने की तकलीफ अथवा अनिद्रा के कुछ रोगियों ने स्वीकार किया कि महिला योनि के चाटने और चूसने और उसका स्राव पतलापन पीने के बाद उनकी अनिद्रा की बीमारी ठीक हो गयी
सभी महिला योनि चूसने वालों ने स्वीकार किया है कि योनि चूसने के बाद सन्सर्ग अथवा सम्भोग कतई न करें, अगर सम्भोग किये जाते है तो इसका उलटा असर होता है, इसलिये ऐसे कार्य से बचना चाहिये यानी योनि चूसण के पश्चात सम्भोग कतई नहीं करना चाहिये बर्ना उल्टे बीमारी बढ जाने की आशन्का पैदा हो जाती है
READ HERE - सम्मोहन ओज या तेज़ का अर्थ मानव देह में एक अदभुत अलोकिक शक्ति
चिकित्सकों का मानना है कि हार्मोनल स्राव के अनियमित या proper न मिल पाने से या पुरूष को महिला हार्मोन की जरूरत हो या महिला को पुरूष हार्मोन की जरूरत हो और यह पूरा न हो सकता हो तो पुरूष लिन्ग और महिला योनि के चूषण या चूसने से यह पूरा हो जाता है जो स्वास्थय के लिये लाभदायक प्रक्रिया साबित हो सकती है Source - https://ift.tt/2ZoEj3h
पूर्वजों का शायद अनुभव था कि मानव वीर्य का पान करने या पीने से राज यक्षमा या PULMONARY TUBERCULOSIS ठीक हो जाती है...वैद्य जी ने उसको अकेले मे ले जाकर समझाया कि अगर टी०बी० की बीमारी से ठीक होना चाह्ते हो तो रोजाना सुबह और शाम मानव वीर्य को पियो और यह काम आज से ही शुरू कर दो / किसी स्वस्थ, बलवान और हट्टे कट्टे मनुष्य का वीर्य पियोगे तो शीघ्र लाभ होगा
इस रोगी के पास पैसा था नही, मरता क्या न करता वाली स्तिथि थी / एक तरफ जान बचाने के लिये प्रयास में ऐसा गन्दा काम , दूसरी तरफ पैसे का नितान्त अभाव / अन्त मे कुछ लोगों ने सलाह दी कि जान और प्राण बचाने के लिये किये जाने वाले सभी काम जायज हैं, काया राखे धर्म है, वाली बात थी
लेकिन अपना लिंग पिलाने के लिये गांव का कोई व्यक्ति तैयार नहीं हुआ बड़ी मिन्नतें करने के बाद कुछ लोग तैयार हुये किसी ने कहा जान बचाने के लिये यह सब करना दान का काम है
- आगे जरूर पढ़े - सेक्स से जुड़ी 13 रोचक बातें जो आपको सोचन पे मजबूर कर देगी
इस प्रकार से मानव वीर्य पीने से उसका स्वास्थय कुछ दिनों में सामान्य होने लगा और कुछ महीनों बाद उस व्यक्ति को आरोग्य प्राप्त हो गया और वह स्वयम हट्टा कट्टा और तन्दुरुस्त हो गया
स्पर्म को चेहरे पर लगाने के फायदे
अमेरिका सिंगापूर देशो में ऐसे लोग परिवार पाए गए जो अपना स्पर्म पीने के फायदे बतलाते है क्योकि एंटीऑक्सीडेंट्स होने के बजय होना उनकी धारणा माना गया है इसको चेहरे पर लगाने से जावा पन पाया जाना मना गया हैमहिलाओं की योनि चाटने या चूसने से कुछ मानसिक विकारों मानसिक अवसाद, हार्मोनल डिस्टरबेन्सेस के रोगी ठीक हुये है, इनमे से कुछ मानसिक भ्रान्ति के शिकार शिकार थे / मानसिक अवसाद के कुछ रोगियों ने बताया कि उनकी मानसिक दुर्बलता, चिडचिड़ापन, मानसिक उत्तेजना, अत्यधिक क्रोध आना, मानसिक भय आदि विकार महिला योनि के चूषण से ठीक हुये है रात या दिन में नींद न आने की तकलीफ अथवा अनिद्रा के कुछ रोगियों ने स्वीकार किया कि महिला योनि के चाटने और चूसने और उसका स्राव पतलापन पीने के बाद उनकी अनिद्रा की बीमारी ठीक हो गयी
सभी महिला योनि चूसने वालों ने स्वीकार किया है कि योनि चूसने के बाद सन्सर्ग अथवा सम्भोग कतई न करें, अगर सम्भोग किये जाते है तो इसका उलटा असर होता है, इसलिये ऐसे कार्य से बचना चाहिये यानी योनि चूसण के पश्चात सम्भोग कतई नहीं करना चाहिये बर्ना उल्टे बीमारी बढ जाने की आशन्का पैदा हो जाती है
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चिकित्सकों का मानना है कि हार्मोनल स्राव के अनियमित या proper न मिल पाने से या पुरूष को महिला हार्मोन की जरूरत हो या महिला को पुरूष हार्मोन की जरूरत हो और यह पूरा न हो सकता हो तो पुरूष लिन्ग और महिला योनि के चूषण या चूसने से यह पूरा हो जाता है जो स्वास्थय के लिये लाभदायक प्रक्रिया साबित हो सकती है Source - https://ift.tt/2ZoEj3h
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